जीवन में भोजन पानी और स्वच्छ वायू आवश्यक है उसी तरह हँसना भी आवश्यक है।वे लोग जो हमेशा गंभीर रहते हैं या जिन्हें हँसना फूहड़पन लगता है वे हँसने के लाभ जानकर अवश्य हैरान होंगे।
जीवन की सारी आवश्यकताओं के साथ हँसी भी स्वास्थय के लिए लाभदायक है। यह मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से लाभ पहुँचाती है। आपकी एक छोटी सी मुस्कान दूसरों को भी खुशी देती है। और वातावरण को सहज और हल्का बनाती है। हँसने की आदत डाल लें इससे कोई भी मानसिक या शारीरिक बीमारी नहीं होगी। हैल्थ विशेषज्ञ के अनुसार हँसना स्वास्थय के लिए लाभदायक तो है ही इसके साथ साथ एनर्जी लैवल भी बना रहता है। खुल कर हँसने से हम ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं। जिससे हार्ट पंम्पिग में और हार्ट को ठीक रखने में सहायक है। और हार्ट अटैक का खतरा कम होता है। इससे फेफड़े भी मजबूत होते हैं।
हंसने से चेहरे की माँसपेशियों व्यायाम होता है जिससे चेहरे का ब्लड सरकुलेशन बढ़ता है और चेहरे पर चमक आती है। चेहरा सुन्दर और जवान दिखने लगता है। हँसने से हमारी रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है जिससे हमारा स्वास्थय अच्छा रहता है। अगर रात को ठीक से नींद नहीं आती तो सुबह हँसने से नींद की समस्या से छुटकारा मिलता है। क्योंकि इससे मेलाटोनिन नामक हारमोन बनता है जो नींद लाने में सहायक है।
हँसने से तनाव डिप्रैशन कम होता है। हँसमुख व्यक्ति के अनेकों दोस्त होते हैं। व्यक्ति समाज में लोकप्रिय होता है। सामाजिक गतिविधीयों में क्रियाशील रहने के अधिक अवसर मिलने से अकेलापन अनुभव नहीं होता है। हँसी आत्मविश्वास और सकरात्मकता में वृद्धी करती है। यह एक प्राकृतिक उपाय है जिससे लम्बे समय तक यौवनवान और स्वस्थ रहा जा सकता है।
यह एक तरह का प्राणायाम भी है,इसमें हम तेजी से हवा बाहर निकालते हैं और अन्दर लेते हैं। इससे पेट की अच्छी कसरत हो जाती है। खाँसी ,नजला,जुखाम ,त्वचा संबधित रोग में हँसी इन बीमारियों को कन्ट्रोल करने में सहायक है। तनाव से संबधित रोग जैसे शूगर,वी पी ,माईग्रेन में भी लाभदायक है। और जिन्हें ये रोग नहीं हैं तो आगे होने की आशंका कम हो जाती है।
हँसने से भीतरी अंगों की कसरत हो जाती है। माँसपेशियाँ रिलैक्स होती हैं। यह प्राकृतिक पेनकिलर होने के कारण दुख तकलीफ बीमारी में किसी को हँसाने से तकलीफ में कमी आती है। इससे साकरात्मक विचार को बल मिलता है। जो दिमाग को हमें स्वस्थ रखने की शक्ति देते हैं। जिनको हँसी नहीं आती वे हास्य योग करें।इसमे पहले नकली हँसी का अभ्यास कराया जाता है। और अभ्यास करते करते सच में ही हँसी आने लगती है। जीवन में सुख दुख तो आते ही रहते हैं।हँसना हंसाना जीवन के सारे उतार चड़ाव सहज ही पार करवा देता है।