Sleeping Direction As Per Vastu: वास्तु का हमारे जीवन का एक ऐसा आधार है जिस से हम चीज़ों को समझते है यदि हमे किसी भी कार्य को करने में या फिर किसी चीज़ से जुड़ी समस्या है वह हम वास्तु के हिसाब से उस में बदलाव कर सके। वास्तु अलग अलग चीज़ों में एक अलग तरीक़े से आपकी सहायता करता है।
यदि आपको कोई चीज़ करने में समस्या है तो उसको वास्तु की मदद से सही और उसका चुनाव अच्छे ढंग से कर सकते है। तो हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण कार्य है सोना की हमारे सोन की दिशा कैसी होनी चाहिए। आज कल अक्सर लोग बोलते है इस दिशा में पैर नहीं करने चाहिए या फिर सिर की दिशा ग़लत है तो आज हम उस बारे में बात करेगे की सोने की कौनसी दिशा है सही और किस प्रकार से हमे इसका ध्यान रखना चाहिए।
Sleeping Direction As Per Vastu
ग़लत दिशा में सोने से नुक़सान:
यदि आप ग़लत दिशा में सोते है तो यह जाहिर है कि वास्तु दोष अवश्य होगा। और नकारात्मक ऊर्जा ज़्यादा आपकी तरफ़ केंद्रित होती है और इसका बुरा प्रभाव आपके जीवन पर पड़ता है। इसलिए वास्तु के हिसाब से सोने की दिशा का वुनाव करना चाहिए जिस से आपके जीवन मे किसी भी प्रकार की समस्या ना हो।
किस दिशा में सिर नहीं करना चाहिए:
हमारे पास दिन भर की भाग दौड़ के बड़क इतना समय नहीं होता कि हम किस दिशा में सिर कर रहे है और किस दिशा में पैर बस हमेक सोने के लिए बिस्तर दिखाई देता है। हमे हमेशा याद रखना चाहिए कि हमे कभी भी उत्तर दिशा की और सिर कर के नहीं सोना चाहिए क्योकि उत्तर दिशा की और सिर कर के मृत लोगो को सुलाया जाता है इसलिए जीवित व्यक्ति को वास्तु के हिसाब से कभी भी उत्तर दिशा की और सिर और दक्षिण दिशा की और पैर कर के नहीं सोना चाहिए।
कौनसी दिशा होती है शुभ:
हमेशा हमे ध्यान रखना चाहिए कि कौनसी दिशा हामरे लिये सही है हमे हमेशा पूर्व दिशा जहां से सूर्य उदय होता है और सूर्य देव हमेशा हमारा मानसिक संतुलन सही रखने में सहायता करते है तो हमेशा सिर पूर्व दिशा में कर के सोना चाहिए। कभी भी भूल कर भी उत्तर दिशा में सिर करके नहीं सोना चाहिए।
पूर्व दिशा में सोने के लाभ:
- इस दिशा में सोने से आपके शरीर को हल्कापन महसूस होता है और मानसिक तनाव कम होता है।
- इस दिशा में सोने से धन और समृद्धि का लाभ होता है तथा आपका काम करने में रुचि और अधिक बढ़ेगी।
- इस दिशा में सोने से नींद काफ़ी अच्छी आती है और आप थका हुआ कम महसूस करते है।