Shiv Puran Kaise Padhein: आज हम बात करेगे शिवपुराण की जो हमारे धार्मिक ग्रथों में से एक है।शिवपुराण 18 पुराणों में से एक है। शिवपुराण में भगवान शिव की लीलाओ और भगवान शिव से जुड़ी कथाएं और शिवलिंग की उत्पत्ति हर एक चीज़ का वर्णन है शिवपुराण में।आप शिवपुराणका पाठ शुभ कार्य में कर सकते है परंतु श्रावण का महीना भगवान शिव को अधिक प्रिय है तो इसका पाठ तब करे और भी शुभ माना जाता है और हर किसी चीज़ को पढ़ने का एक नियम होता है चाहे वह स्त्री हो या फिर पुरुष सब को नियमों का पालन कर के इसको पढ़ना चाहिए आज हम आपको बतायेग शिवपुराण को पढ़ने का तरीक़ा और इसको किस समय पढ़ना चाहिए और किन अहम बातों का ध्यान रखना चाहिए।
7 दिन का नियम:
शिवपुराण में सात साहिता हैं तो यह आपको सात दिन में पूरी करनी होती है यदि नहीं तो तब तक पूर्ण ना हो तब तक नियम का पालन करना होता है सबसे अधिक महत्वपूर्ण है ब्रह्मचर्य का पालन जब तक पाठ ख़त्म नहीं होते तब तक आपको ब्रह्मचर्य का पालन करना होता है।
शिवपुराण पढ़ने से पहले नियम और सही समय:
शिवपुराण पढ़ने से पहले आपका मन और तन दोनों साफ़ होने चाहिए जब भी आप शिवपुराण पढ़े तो साफ़ वस्त्र आपने पहने हो। और सुबह के समय नहा धो कर आपको इसका पाठ करना चाहिए। और शिवपुराण पढ़ने के समय में आपको साधा भोजन करना होता है प्याज़ लहसुन और मास अंडे और नशीले परदार्थों का सेवन नहीं करना होता।
शिवपुराण पढ़ने के पाँच महत्वपूर्ण नियम:
पूजा करने से पहले आपको भोजन नहीं करना है। आपको सुबह सबसे पहले नहा-धो कर साफ़ कपड़े पहन कर पाठ पढ़ना है उसके बाद ही आप भोजन ग्रहण कर सकते है।
यदि आपको अधिक क्रोध आता है तो यह आपको नहीं करना है आपको इस से बचना है क्योकि हमेशा पाठ करते समय आपका मन शांत होना चाहिए किसी के लिए भी किसी प्रकार की घृणा नहीं होनी चाहिए। तभी आपको उसका फल प्राप्त होता है।
सात्विक भोजन करना चाहिए आपको तब तक जब तक आप शिवपुराण का पाठ करते है। भोजन करने से मानसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद मिलती है।
सही समय पर आपको पाठ करना चाहिए सबसे महत्वपूर्ण होता है अनुशासन यदि आप समय का ध्यान रखते है तो यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आप अनुशासन का पालन कर रहे है।
और सबसे महत्वपूर्ण है शुद्धता अपने आस पास और अपने शरीर की शुद्धता। यदि आप पाठ करते है आपके आस पास का वातावरण शुद्ध और साफ़ रहना चाहिए इस से ध्यान लगाने में सहायता मिलेगी।