Ram Mandir Ayodhya: राम मंदिर अयोध्या यह मंदिर श्री राम जी की जन्म भूमि पर बनाया जा रहा है। इस स्थान को भगवान राम का जन्म स्थान माना जाता है। 5 अगस्त 2020 को भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भूमिपूजन अनुष्ठान किया गया था और मन्दिर का निर्माण आरम्भ हुआ था।
राम मंदिर का निर्माण:
राम मंदिर का निर्माण जल्द ही पूर्ण होने वाला है सब लोगो को इसका बेसबरी से इंतज़ार है। इस मंदिर का निर्माण चौबीसों घंटे चलता रहता है जिस से यह जल्दी बन कर तैयार हो जाए और प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश-विदेश से वीवीआईपी अतिथियों के आने की उम्मीद है।
राम मंदिर की कैमेटी ने वाराणसी के दो पुजारियों के नाम बताये है। जो जनवरी में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे।
राम मंदिर की बनावट:
राम मंदिर तीन मंजिलो का बन रहा है जिसका निर्माण उसके अंतिम चरण पर है। अभी राम मंदिर में ग्राउंड फ्लोर पर काम चल रहा है। श्री राम मंदिर ट्रस्ट ने कहा है कि मंदिर की नींव और पिलर का काम पूरा होने के बाद वहाँ पर राजस्थान के बंसी पहाड़पुर पत्थर लगाने का काम होगा। परकोटे सहित मंदिर का कुल क्षेत्रफल 8.64 एकड़ में है। परकोटा’ 762 मीटर लंबा है जिस में छह मंदिरों और भक्तों द्वारा ‘परिक्रमा’ कर सकते है।
राम मंदिर के पाँच मंडप:
1 गुढ़ मंडप
2 रंग मंडप
3 नृत्य मंडप
4 प्रार्थना मंडप
5 कीर्तन मंडप
राम मंदिर के पाँच मंडपों का गुंबद 34 फीट चौड़ा और 32 फीट लंबा और प्रांगण से ऊंचाई 69 फीट से लेकर 111 फीट तक है। और यह गर्भगृह को मकराना के संगमरमर से बनाया गया है। और दरवाज़ो को सोने के डिज़ाइन से बनाया गया है।