Moti Ki Mala Ke Fayde: आजकल आपने देखा होगा कि तुलसी माला तो लोग धारण ही करते है परंतु कुछ लोग मोटी माला भी धारण करते है इसको धारण करना भी शुभ माना जाता है और यह शास्त्र के हिसाब से आपके लिये शुभ होती है यह अलग- अलग तरह कि परिस्थतियों में कार्य करती है।
मोती माला को पहनने से पेट सम्बंधित कोई समस्या नहीं होती है और इसको धारण करने के और भी अन्य फ़ायदे है जिनके बारे में आज हम आपको बतायेगे कि मोती माला पहनने से और कौन से फ़ायदे होते है और इसको क्यों धारण करना चाहिए।
मोती माला किसको धारण करनी चाहिए:
मोती और चांदी दोनों ही चंद्र और शुक्र ग्रह से जुड़े हुए रतन हैं। ये शरीर के जल तत्व और कफ़ को नियंत्रित करने में साह्यतक करता हैं। यह मेष, कर्क, तुला, और मीन राशि वालों के लिए मोती पहनना फ़ायदेमंद माना जाता है। कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा होता है इसलिए कर्क राशि वालों के लिए मोती पहनना शुभ माना जाता है और वृश्चिक राशि वालों के लिए भी मोती की अंगूठी पहनना शुभ होता है।
मोती माला पहनने से होने वाले फ़ायदे:
- मोती माला पहनने से पेट से संबंधित सभी बीमारी दूर होती है, और मन आपका बहुत शांत रहता है और आपको किसी भी कार्य में सफलता मिलती है और ग़ुस्से में शांति आती है और आपको ग़ुस्सा नियंत्र करने में सहायता मिलती है।
- यदि आपके घर में आपकी अपने माता के साथ ज़्यादा झगड़े होते है और आपकी उनके साथ ज़्यादा नहीं बनती है तो आपको मोती माला पहननी चाहिए क्योकि माँ से धन लाभ के योग बनने लगते है।
- मोती की माला को धारण करने से मस्तिष्क बहुत मजबूत होता है और यादाश आपकी बढ़ने लगती है।
- मोती माला धारण करने से जिन भी व्यक्ति को हार्मोनस से जुड़ी समस्या है तो आप मोती माला धारण करोगे तो आप को हार्मोनस से जुड़ी कोई समस्या नहीं होगी।
- मोती माला धारण करने का एक सबसे अधिक फ़ायदा है यदि आपके किसी ने पैसे ले रखे है तो आपको मोती माला पहनने से जो आपके फंसे हुए पैसों को निकलवाने के लिए मोती माला पहनना शुभ होता है और यह पूर्णिमा की रात्रि में धारण करनी चाहिये।
मोती माला धारण करने का तरीक़ा:
मोटी माला पहनने से पहले उसकी प्राण-प्रतिष्ठित करके ही धारण करे। कुछ लोगो मानते है, की मोती माला को कच्चे दूध में धोने से माला प्राण-प्रतिष्ठित सिद्ध हो जाती है। मोती माला को अस्त्रों मंत्रा के सिद्ध साधक गुरु पूर्णिमा, श्रवण पूर्णिमा, चन्द्र ग्रहण जैसे सिद्ध मुहूर्तो पर चन्द्र बीज मंत्रो से प्राण-प्रतिष्ठित करके सिद्ध करते है, जिससें इसका लाभ सभी लोगों को आसानी से मिल सके।