Jagannath Mandir Rahasya in Hindi: जगन्नाथ का मंदिर उड़िसा में स्थित है। जगन्नाथ मंदिर भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण का मंदिर धरती के बैकुंठ स्वरूप रूप में माना जाता है। यहां पर लोग देश विदेश से दर्शन करने आते है, जगन्नाथ मंदिर की बहुत अधिक मान्यता है। माना जाता है जगन्नाथ मंदिर मे आज भी कहा जाता है जो मूर्तियाँ स्थापित है उन में श्री कृष्ण का आज भी दिल धड़कता है। तो आज हम आपको जगन्नाथ मंदिर के कुछ रहस्य के बारे में आपको बतायेगे।
Jagannath Mandir Rahasya in Hindi
जगन्नाथ मंदिर में स्थापित मूर्तियाँ:
यह मंदिर सतयुग के समय राजा इंद्रद्युम ने बनाया था। इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और बहन सुभद्रा
की लकड़ियों की मूर्तियाँ स्थापित है। कहा जाता है याहा पर भगवान कृष्ण ने अपना देह त्याग किया था उनका शरीर जो है वह पाँच तत्वों में मिल गया था परन्तु उनका दिल आज भी यहाँ पर धड़कता है।
जगन्नाथ मंदिर में कैसे बनता है प्रसाद:
कहा जाता है जगन्नाथ मंदिर में जो प्रसाद बनता है वह सात बर्तनों में बनाया जाता है। मंदिर में प्रसाद बनाते समय बर्तनों को एक के ऊपर एक रखा जाता है और कहा जाता है सबसे पहले जो बर्तन रखा होता है उसका खाना पकता है और उस का भोग लगाया जाता है यह बात अपने आप में हैरान करने वाली बात है सबसे पहले नीचे का भाग पकना चाहिए लेकिन यह चमत्कार सब को हैरान करने वाला है।
जगन्नाथ मंदिर में झंडे का रहस्य:
माना जाता है जो जगन्नाथ मंदिर में झंडा लगाया जाता है वह विपरीत दिशा में लहराता है। यह चमत्कार सबको हैरान करता है, और हवा का रुख़ शाम के समय ज़मीन से समुद्र की ओर होता है।
जगन्नाथ मंदिर की ऊँचाई का रहस्य:
जगन्नाथ मंदिर बहुत ही ऊँचा मंदिर है इसकी ऊँचाई 214 फीट है। लेकिन इतनी ऊँचाई के बाद भी पशु पक्षियों की परछाई और शिखर की परछाई से भी वंचित है। और आपको हैरान कर देगी यह बात की आज तक इस मंदिर के ऊपर से कोई विमान नहीं उड़ा और कोई पशु पक्षी उड़ता नहीं देखा गया।
जगन्नाथ मंदिर में प्रतिमा का रहस्य:
जगन्नाथ मंदिर में मूर्तियों की स्थापना की गई है उनको हर बारह साल में तीनों मूर्तियों को बदला जाता है। और नई मूर्तियों की स्थापना की जाती है। जब मूर्तियों की स्थापना की जाती है तब पूरे शहर की लाइट को काटा जाता है और मूर्तियों की स्थापना की जाती है। और मंदिर में सिर्फ़ पंडित को ही जाने की आज्ञा होती है।