Sitabirdi इलाके के पहाड़ी इलाकों में अंग्रेजों और भोसले के बीच लड़ाई हुई थी। इस पहाड़ी पर Lord Ganesh का मंदिर है। ऐसा कहा जाता है कि भोसले राजा नाव से गणेश जी के दर्शन करने जाते थे क्योंकि पास की शुक्रवारी झील का पानी पहाड़ी तक आ जाता था। अब शहरीकरण के कारण झील का पानी मंदिर तक नहीं रह गया।
Famous Ganesh Hill Temple, Nagpur के Sitabirdi इलाके में स्थित है। यह मंदिर भोसले कालीन है। इस मंदिर में Lord Ganesha की 350 साल पुरानी मूर्ति है। यह मूर्ति एक पीपल पेड़ के नीचे स्थित है। इस मंदिर में भक्तों को एक ही समय में Lord Vishnu Ganesha की पूजा और दर्शन करने का सौभाग्य मिलता है।
मंदिर का इतिहास
Sitabirdi इलाके के पहाड़ी इलाके में अंग्रेजों और भोसले के बीच लड़ाई हुई थी। इस पहाड़ी पर Lord Ganesha का मंदिर है। ऐसा कहा जाता है कि भोसले राजा नाव से Ganesh जी के दर्शन करने जाते थे, क्योंकि पास की शुक्रवारी झील का पानी पहाड़ी तक आ जाता था। अब Urbanization के कारण झील का पानी मंदिर तक नहीं रह गया है। साथ ही अब मंदिर का परिसर भी बड़ा कर दिया गया है।
मान्यता
भक्तों का मानना है कि Ganpati जी, जो नागपुर वासियों के आराध्य देवता हैं, मन्नत लेते हैं। Ganesh Chaturthi पर यहां हजारों भक्त दर्शन के लिए आते हैं। Cricketers Sachin Tendulkar, Rohit Sharma भी Nagpur के इस Ganesh Pahari Temple में दर्शन करने आते हैं। इसी क्षेत्र में एक और गणपति हैं, जिन्हें फौजी गणपति के नाम से जाना जाता है। Pahari Ganesha की आरती दिन में चार बार की जाती है, जो यहां का विशेष आकर्षण है। इस आरती में हर जाति और धर्म के लोग शामिल होते हैं।
स्वयंभू मूर्ति Nagpur के टेकड़ी गणपति बाप्पा विघ्नहर्ता के रूप में माने जाते हैं। Nagpur शहर के Nagpur स्थित गणपति का यह भव्य दिव्य मंदिर करीब 250 वर्ष पुराना बताया जाता है। कहा जाता है की इस मंदिर में भगवान Shri Ganesh की मूर्ति खुद से विराजमान है। यानी 250 वर्ष पूर्व पीपल के पेड़ के नीचे यह प्रतिमा खुद प्रकट हुई थी। बाप्पा की मूर्त आज भी पीपल के पेड़ के नीचे ही विराजमान है। यहाँ पर बाप्पा को चांदी का मुकुट लगाया गया है।