Ekadashi Vrat Vidhi in Hindi: एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है और यह व्रत यदि कोई रखता है तो उसके लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। एकादशी महीने में शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में दो बार आती है। और साल की 24 एकादशी होती है। एकादशी का व्रत बहुत ही पुण्य देता है इस व्रत को महिलायें अधिक रखती है। आज हम आपको बतायेगे कि एकादशी व्रत किस प्रकार से करना चाहिए और व्रत के लिए आवश्यक सामग्री क्या होगी।
एकादशी व्रत सामग्री:
एकादशी के व्रत में पूजा करते समय हम सोचते है कि कौन कौन सी ऐसी सामग्री है जो बहुत ही महत्वपूर्ण है तो चलिए बात करते है एकादशी व्रत सामग्री के बारे में।
- सबसे अधिक महत्वपूर्ण है विष्णु जी की प्रतिमा।
- उसके बाद आपको फूल और फूल माला, सुपारी, नारियल, अनार और धूप दीप आदि।
- साथ में पंचामृत बनाने का सामान कच्चा दूध, दही, घी, सहद और शक्कर आदि।
- सबसे महत्वपूर्ण है तुलसी, गोबर और केले के पत्ते और मिठाई होना आवश्यक है।
एकादशी व्रत विधि:
जब भी हम कोई व्रत करते है और उस व्रत का संकल्प लेते है तो हमारा शरीर शुद्ध होना आवश्यक है, जब भी हम एकादशी का व्रत करते है तो हमे व्रत से एक दिन पहले कोई भी मांसाहारी चीज़ का सेवन नहीं करना है, और साथ में प्याज़ लहसुन और शहद का सेवन भी नहीं करना है। आपको व्रत से पहले और व्रत वाले दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। चलिए बात करते है व्रत किस प्रकार करना चाहिए-
- सुबह जल्दी उठ कर स्नान कर ले और साफ़ कपड़े पहन कर पूजा कि तैयारी कर ले।
- भगवान विष्णु कि प्रतिमा का गंगाजल से अभिषेक करे।
- भगवान विष्णु पर फूल और माला चढ़ाये और दीप प्रज्वलित करे।
- भगवान को भोग लगाये और आरती कर पूजा संपन्न करे।
एकादशी व्रत उद्यापन:
व्रत पूर्ण तभी माना जाता है जब आप व्रत पूर्ण होने के बाद उसका विधि पूर्वक उद्यापन करते है, तभी उसकी महत्त्वता अधिक होती है। एकादशी व्रत के उद्यापन में ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है। आप जब भी उद्यापन करे तो 12 ब्राह्मणों के साथ उनकी पत्नी को भी भोजन अवश्य कराये जोड़े से भोजन कराना शुभ होता है। भेट में सभी को वस्त्र दान किए जाते है।