Bhavishya Malika Kya Hai: भविष्य मलिका एक ग्रंथ है जिस में भविष्यवाणी की गई है। इसमें भविष्य में होने वाली चीज़ों का वर्णन किया गया है। भविष्य मालिका को संत श्री अच्युतानंद दास ने लिखा था। यह ग्रंथ 600 वर्ष पूर्व 15वी और 16वी शताब्दी में लिखा गया था। यह ग्रंथ ताड के पत्तो पर लिखा गया था। तो चलिए आज हम बात करेगे इसके अंदर कौनसी बातो का का उल्लेख किया गया है।
पंचसखा क्या है:
उड़ीसा में पांच महासंत हुए थे जिनके द्वारा भविष्यमलिका की रचना तारे के पत्तो पर की गई थी। पाँच महासंतों के समूह को पंचसखा कहा गया। इस में से सबसे मुख्य संत अच्युतानंद जी थे जिनके पास त्रिकाल दर्शी भूतकाल, वर्तमान और भविष्यकाल को देख लेने की शक्ति थी।
पांच संतों के नाम:
संत अच्युतानंद दास जी
संत अनंत दास जी
संत जसोबंता दास जी
संत जगन्नाथ जी
संत बलराम दास जी
भविष्यमलिका की भविष्यवाणियाँ:
भविष्य मालिका में कलयुग के बारे में बहुत सी रचनाएँ लिखी गई है। इसमें लिखी बहुत सी भविष्यवाणियाँ सत्य है। कलयुग के अंत से लेकर और जो महाविनाश होगा इन सभी का वर्णन भविष्यमलिका ग्रंथ में किया गया है। तो हम बात करेगे उन बातो के बारे मे।
- भविष्य मलिका में लिखा गया है कि समाज में जो बड़े बुजुर्ग है उनका मान सम्मान कम होगा।
- जो भी कुँवारे और शादी सुदा लोग है वह ग़लत रास्तो पर चलेगे और अनैतिक संबंध बनायेगे।
- कलयुग का अंत होने से पहले लोग सरकार के खिलाफ बोलेगे। बीमारिया फैलेगी, ऐसी दुर्घटनायें होगी जो कभी देखी नहीं होगी। खाने के सामान में कमी आने लगेगी।
- अत्याचार बढ़ेगा अपराधी खुलेआम घुमेगे और हथियारों का उपयोग सबके समने करेगे। औरत का सम्मान भूलने लगेगे लोग।
- लोग भ्रष्टाचार को अपनायेगे। जो चोरी पापा कर के और अपराध कर अपना पेट भरेगे।
- लोग अपनी संस्कृति को भूल जायेगे और ग़लत रास्तों को अपना लेंगे। लोग धर्म का सम्मान नहीं करेगे धर्म के ख़िलाफ़ बोलना शुरू करेगे।
- जगह जगह पर ढोंगी ठगने वाले बाबा बैठे होंगे। लोगो को ठगने का कार्य करेगे।