Aam ka achar kaise dalte hain: कोई भी खाना हो वो अचार के बिना अधूरा रहता है चाहे वह रोटी सब्ज़ी हो या दाल चावल सभी के साथ अचार बहुत अच्छा लगता है और जो सबसे अधिक लोगो को पसंद है वो है आम का अचार जो सभी के घरों में आपको अक्सर मिलेगा ही क्योकि यह बहुत लोगो को पसंद होता है बच्चा हो या बड़ा आम का अचार सब बड़े मज़े से खाते है। आज हम आपको बतायेगे कि आप आम का अचार घर पर कैसे बना सकते है थोडिक मेहनत तो लगती है लेकिन आप इसको आसानी से घर पर बना कर इसका मज़ा ले सकते है और घर पर आम का अचार बनता है उसका सवाद और भी अच्छा होता है। इसको किस प्रकार से घर पर बनाया जाता है आज हम आपको बतायेगे।
आम का अचार बनाने का तरीक़ा:
आम का अचार कच्चे आम और साबुत मसालों से बनाया जाता है। आम का अचार बनाते वक्त उसमें तेल अच्छी मात्रा में डाला जाता है ताकि आम पूरी तरह मुलायम हो जाए। आम का अचार पूरी तरह बनने में लगभग एक महीने का समय लगता है। आम का अचार बनाने के लिए आवश्यक सामग्री:
- 2 ½ kg आम, बड़े टुकड़ों में कटा हुआ।
- 100 ग्राम मेथी दाना।
- 50 ग्राम लाल मिर्च पाउडर (मोटी कूटी हुई)।
- 60 ग्राम कलौंजी।
- 100 ग्राम सौंफ।
- 2 टेबल स्पून काली मिर्च के दाने।
- 50 ग्राम हल्दी पाउडर।
- 300 ग्राम नमक।
- 1 1/2 लीटर सरसों का तेल।
अचार बनाने कि विधि:
- सभी मसालों को एक साथ मिला लें और आधा कप तेल डाल कर। इसका थोड़ा-सा मिश्रण एक बड़े अचार वाले जार में डाल दें।
- अब आम के टुकड़ों को मसालों में डालकर अच्छे से रगड़ें और जार में इन आम के टुकड़ों की एक परत बिछा दें और फिर ऊपर से थोड़े मसाले डाल दें।
- ऐसे ही आपको जार में सारे आम के टुकड़ों को बिछाना है ऊपर से जो बचा हुआ मसाला है सारा डाल दे।
- बचा हुआ तेल ऊपर से जार में डाल दे, और एक हफ्ते के लिए जार को धूप में रखें और उसके बाद स्टोर कर के रख ले।
- एक महीने बाद आम के टुकड़े सॉफ्ट हो जायेगे फिर आप अपने बने हुए आचार का मज़ा सब्ज़ी रोटी राइस के साथ ले सकते है।
आम का अचार ख़राब ना हो तो क्या करे:
- यदि आप का आम का अचार जल्दी ख़राब हो जाता है तो आपको ध्यान रखना है आपको कि जितना अचार इस्तेमाल करना है उतना रोज़ाना कटोरी में निकल ले और उसके बाद 3-4 दिनों में अचार में हल्की धूप लगाते रहना चाहिए।
- आम के अचार में अकसर्व फंगस लग जाता है फंगस से बचाने के लिए इसमें थोड़ी ज्यादा मात्रा में तेल और नमक मिक्स करें। कोशिश करें कि अचार तेल में अच्छी तरह से डूब जाए। ऐसा करने से इसमें जल्दी फंगस नहीं लगता है। और achar को पानी से दूर रखे ध्यान रहे इसमें पानी के। छीटे ना पड़े।