खाने में बाल आना शुभ या अशुभ: ऐसा अक्सर किसी न किसी के साथ हुआ ही होगा जब भी हम खाना खाते हैं तो कभी-कभी हमारे खाने में बाल निकल जाता है। हम अक्सर ऐसी बातों को इग्नोर कर देते हैं और इनके पीछे क्या छुपा महत्व नहीं जान पाते है। हमारे शास्त्र में ऐसी बहुत सी चीज़ों के बारे में बताया गया है।
जो की हम नहीं जानते कि खाने में बाल आना, खाना खाने से पहले के नियम किस प्रकार खाना चाहिए। और खाने से पहले हाथ धोना इन सबका एक अलग महत्व होता है। आज हम बात करेंगे खाने में Bal आना क्या यह शुभ माना जाता है या फिर अशुभ और खाने में बाल आने क्या कारण हो सकते हैं। इन सभी बातो पर आज हम चर्चा करेगे।
खाने में बाल आना शुभ या अशुभ:
खाने में बाल आना अशुभ या शुभ:
खाने में यदि बाल आ जाता है तो हमारा पूरा खाना दूषित हो जाता है जिसको हम दोबारा नहीं खा सकता और न ही हमारा खाने का मन करता है। यदि आप khana खा रहे हैं और एक या दो बार आपको खाने में बाल आ गया है तो इस को आम माना जाता है क्योंकि कभी-कभी हम घर में कंघी करते हैं या कोई भी प्रतिक्रिया करते हैं तो हमारे बाल उड़ कर ख़ाने में आ जाते हैं लेकिन यह 1 या 2 बार से अधिक आपके साथ होता रहता है तो यह अशुभ माना जाता है। और शास्त्रों के अनुसार ऐसा खाना बिलकुल भी नहीं खाना चाहिए। यह आपकी हेल्थ के लिए ठीक नही होता है।
खाने में बाल निकलना सेहत के लिए हानिकारक:
यदि आप खाना खा रहे हैं और आपके खाने में बाल आ गया है और उसके बाद भी आप उस खाने को ग्रहण कर लेते हैं तो यह आपकी सेहत के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं होता है। आपको इस तरह के भोजन को खाने से बचना चाहिए। आपको बता दें कि इस तरह का भोजन आपकी सेहत को काफी नुकसान पहुंचा सकता है।
वैसे बाल आपके मुंह में ही रह जाता है। लेकिन यदि ये आपके शरीर के अंदर चला जाता है, तो इससे कारण आपको थ्रोट इंफेक्शन जैसी परेशानियां तक हो सकती हैं। बालों में एक तरह का बैक्टीरिया होता है और अगर ये बैक्टीरिया खाने में पहुंच जाता है, तो शरीर को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है।
पितृदोष हो तो खाने में निकलता है बाल:
यदि आपके घर में पितृदोष से संबंधित कोई भी समस्या है और एक ही व्यक्ति के खाने में 1 से अधिक बार बाल निकलता है तो यह पितृदोष माना जाता है। और यदि यह अगर यह पितृ पक्ष के दौरान होता है, तो यह इस बात का संकेत देता है कि आपके पूर्वज आपसे नाराज़ हैं।
और ऐसे में आपको आने वाले जीवन में बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है जिस से आपको किस भी प्रकार का नुक़सान हो सकता है। आपको पितृ दोष से निवारण के लिए काम करना चाहिए और पितरों की शांति के लिए पूजन भी करना चाहिए।